Shayari - 26
सच की कीमत नही बाजार में
झूठ बिक रहा हजार में
साफ उनकी हथेली हो गयी
लेकिन नियत उनकी मैली हो गयी
सोच उनकी बदल गयी
और एक बहुत ही छोटे से साँचे में ढल गयी
मकसद उनके बदल गए
और कितनो के सिर वो कुचल गए
उनकी जेब अब थैला हो गयी
जैसे रिश्तो पर एक पेहरा हो गयी
वही ईमान हो गयी
और वही दिल और वही जान हो गयी
साफ उनकी हथेली हो गयी
लेकिन नियत उनकी मैली.....
- हिमांशु चौबे
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